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गधा और घोड़ा

एक घोड़े का बच्चा गलती से गधों के झुँड मे चला गया, धीरे -2 वह बच्चा बड़ा होता गया और अपने आप को गधो के साथ पाकर अपने आप को भी गधा समझता रहा...

Thursday 23 April 2015

lakshya ℹ◀🔗☜☜☜


बात उस समय की है जब मैं 12th class में था , मेरा एक  classmate था उसके father chandni chawk में बोझा ढोने का काम करते थे उसकी इच्छा थी की ओ कुछ ऐसा करे की उसकी family उस पर खुश रहे , इसके लिए ओ चाहता था की ओ exam में अच्छे number ला कर अपनी family को  ख़ुश करे , लकिन उसके लिए यह काम इतना असान नही था क्योंकि उसकी family के पास इतना पैसा नही था की ओ उसको एक अच्छे tution teacher के पास पढ़ा सके , बचपन से ही उसने hindi medium में अपनी पढाई की थी इस कारण उसके लिए यह और भी मुश्किल था इस कारण ओ हमेशा classroom में परेशान सा रहता था
         एक बार हम दोनों बस से school जा रहे थे तो मेने उससे ऐसे ही पूछ लिया की यार तु किसी से बात क्यों नही करता हमेशा कुछ न कुछ सोचता रहता है , इसका कारण क्या है , उसने कहा कुछ नही यार ऐसे ही मन नही करता , लेकिन जब मैने दुबारा उससे पूछा तो उसने अपनी सारी परेशानी बता दी , मैने भी सोचा की यार दोस्त है तो इसकी मदद भी करनी चाहिए और मैने उससे कहा की तू school चल तेरी प्रोब्लम में solve कर दूँगा ।
               लेकिन मुझे समझ नही अ रहा था की में आखिर करूँ तो क्या करूँ की इसकी प्रॉब्लम solve हो जाए ।
                  करीब 1 घंटे बाद हम बस से उतरे और स्कूल की तरफ चलने लगे लेकिन मेरे मन में अभी भी यही चल रहा था की में आखिर करूं तो क्या करूं , की इसकी प्रोब्लम solve हो जाए की तभी मुझे एक krishan भगवान का पोस्टर दिखाई दीया जिस पर बड़े-2 शब्दों में भागवत गीता पाठ लिखा था और उसके नीचे छोटे-2 शब्दों में भागवत गीता से related कुछ और शब्द लिखे थे जो साफ नजर नहीं आ रहे थे मेंने अपने दोस्त से पूछा की तुझे उस पोस्टर पर krishan भगवान की फोटो नजर आ रही है उसने कहा हाँ नजर आ रही है फिर मैने उससे पूछा की उस पोस्टर पर क्या लिखा है उसने कहा की इस पर भगवत गीता पाठ लिखा है और उसके नीचे उससे realted कुछ और details लिखी हैं जो साफ नजर नहीं अ रहीं हैं                       जेस़े ही उसने इतना बोला मैनें तुरंत उससे कहा , की मिल गया जवाब उसने कहा में समझा नही तब मैने उसे कहा की लक्ष्य जितना बड़ा होता है उसे हासिल करना उतना ही असान होता है ।

        Note :- उसने कहा कैसे , फिर मैने उसे अराम से कहा की जब मैने तुमसे krishan भगवान की फोटो और उस पर लिखे बड़े-2 शब्दों के बारे में पूछा तो तुमने झट से बता दिया की यह क्या है और क्या लिखा है क्योंकि यह बड़े थे और तुम इससे दूर होते हुए भी इसे स्पष्ट तौर पर देख सकते हो लेकिन जब मैने तुमसे उसके नीचे लिखे छोटे-2 शब्दों के बारे में पूछा तो तुम्हरे पास इसका कोई जवाब नही था क्योंकि ओ छोटे थे और तुम भी उससे दूर थे इसीलिए ओ तुम्हें स्पष्ट तौर पर दिखाई नही दिया।

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