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गधा और घोड़ा

एक घोड़े का बच्चा गलती से गधों के झुँड मे चला गया, धीरे -2 वह बच्चा बड़ा होता गया और अपने आप को गधो के साथ पाकर अपने आप को भी गधा समझता रहा...

Tuesday 23 February 2016

गधा और घोड़ा

एक घोड़े का बच्चा गलती से गधों के झुँड मे चला गया, धीरे -2 वह बच्चा बड़ा होता गया और अपने आप को गधो के साथ पाकर अपने आप को भी गधा समझता रहा , समय धीरे-2 बीतता रहा और ओ गधे का बच्चा अब इतना बड़ा हो गया था की तेजी से भाग सकता था,
 मतलब कि हर वो काम जो एक घोड़ा कर सकता था, वो सभी काम वो कर सकता था, लेकिन वो ऐसा नही करता था, क्योंकि उसे लगता था कि ये सभी काम उसके लिये है ही नही और अगर वो यह सभी काम करता है तो कहीं न कहीं वो अपनी विरादरी से दूर चलता चला जायेगा, क्योंकि शुरू से ही गधो के साथ रहकर वो भी अपने आप को एक गधा ही समझता था, घोड़ो कि तरह काम करना उसके लिए एक नई बात थी, इसी तरह समय बीतता रहा।
       

accessories  एक दिन उसने देखा की उसी की तरह के कुछ जानवर तेजी से खुले आसमान के नीचे कभी इधर भाग रहे तो कभी उधर मतलब की आपस में खेल रहे थे, ऐसा करते हुए देख उसने अपने साथ वालों से पूछा की यह कौन हैं जो इतनी तेजी से खुले आसमां के नीचे खेल-कूद रहे हैं
   उसके साथ वालों ने कहा कि यह घोड़ा है और यह हम सब से काफी अलग हैं यह जो काम कर सकता है वो काम हम कभी नही कर सकते क्योंकि यह हम सब से बहुत तेज हैं, तुम कभी भी उसकी तरह करने कि मत सोचना,
       
अपने साथियों कि बात मानकर वो जिंदगी भर यही सोचता रहा की वो एक गधा हैं और कभी भी घोड़ा नही बन सकता, और अपनी जिंदगी उसने एक गधा बनकर बिता दी और मर गया।
Notes :- यही नियम हमारी जिंदगी मे भी लागू होता है, हम से अधिकतर लोग ऐसे होते हैं जो ऐसे काम कर सकते जिनका हमें अंदाज़ा भी नही होता लेकिन ओ ऐसा नही करते क्योंकि उन्हें इसका पता ही नही होता कि उनमें कुछ ऐसी प्रतिभा है जो शायद ही किसी मे हो और ओ अपनी Life एक आम इंसान की तरह बिता देते हैं और इस दुनिया से चले जाते हैं।
             

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