दुनिया मे एक आदमी की काहानी बड़ी मशहूर है | य़ह आदमी 21 साल की उम्र मे व्यपार में कामयाब नही हुआ ; 22 साल की उम्र में यह एक चुनाव हारा गया; 24 साल की उम्र में इसे फिर असफलता मिली; 26 साल की उम्र में इसकी पत्नी मर गई; 27 साल की उम्र में इसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया; 34 साल की उम्र में यह कांग्रेस का चुनाव हार गया; 45 साल की उम्र में इसे फिर सीनेट के चुनाव में हार का सामना करना पडा़; 47 साल की उम्र में यह उपराष्ट्रपति बनने में असफल ऱहा; 49 साल की आयु में इसे फिर सीनेट के एक चुनाव में हार मिली; और यही आदमी आगे चलकर 52 साल की उम्र में अमरीका का राष्ट्पति बना और इस आदमी का नाम अबा्हम लिकंन था |
इसे आप क्या कहेगें? कुछ लोग कहेगे इनकी किस्मत अच्छी थी! तो में उन लोगो से पूछना चाहुँगा कि यार उनकी किस्मत को साली 52 साल तक क्या हो गया था?
इस काहनी पर मेरा point of view कहता है, कि सफलता इस बात से नही मापी जाती कि आप कितनी ऊँचाई तक पहुँचें, ब्लकि इस बात से मापी जाती है कि आप कितनी बार गिरकर उठे |
इसे आप क्या कहेगें? कुछ लोग कहेगे इनकी किस्मत अच्छी थी! तो में उन लोगो से पूछना चाहुँगा कि यार उनकी किस्मत को साली 52 साल तक क्या हो गया था?
इस काहनी पर मेरा point of view कहता है, कि सफलता इस बात से नही मापी जाती कि आप कितनी ऊँचाई तक पहुँचें, ब्लकि इस बात से मापी जाती है कि आप कितनी बार गिरकर उठे |
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