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गधा और घोड़ा

एक घोड़े का बच्चा गलती से गधों के झुँड मे चला गया, धीरे -2 वह बच्चा बड़ा होता गया और अपने आप को गधो के साथ पाकर अपने आप को भी गधा समझता रहा...

Wednesday 24 February 2016

👉आखिर कौन है जो मुझे आगे बढ़ने से रोक रहा है
👉आखिर कौन है जो मुझे पीछे हटने पे मज़बूर कर रहा है
👉आखिर कौन है जो चाहता है कि मे कुछ न करूँ
👉आखिर कौन है जो चाहता है की मे जिंदगी भर रोऊँ
👉आखिर कौन है जो मुझे मेरा पसंदीदा काम करने से रोक रहा है
👉आखिर कौन है जो चाहता है कि मे जिंदगी भर न हसूं
👉आखिर कौन है जो चाहता है की मे जिंदगी भर खाली घूमूँ
👉आखिर कौन है जो चाहता है की लोग मेरे से नफरत करें
👉आखिर कौन है जो मुझे लोगों से दूर रहने पर मज़बूर कर रहा है
👉आखिर कौन है जो चाहता है कि लोग मरने के बाद भी मेरा नाम अपनी जुबां पे ना लाएं
👉आखिर कौन है जो मुझे मेरे Life से related decisions न लेने पर मज़बूर कर रहा है
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आखिर कौन.कौन.कौन...? 

  जवाब है : मे खुद !

Tuesday 23 February 2016

जीने का ढंग A.p.j. abdul kalam के संग

A) शिखर तक पहुँचने के लिए ताकत चाहिए होती है 
चाहे वो Mount Everest का शिखर हो या आपके work का।
B) महान सपने देखऩे वालो के महान सपने हमेशा पूरे होते हैं।
C) मुझे, बताइए, यहाँ का Media इतना नकारात्मक क्यों है ?....... भारत मे हम अपनी अच्छाइयों, अपनी उपलब्धियों को दर्शाने मे इतना शर्मिंदा क्यों होते हैं? हम एक महान राष्र्ट है, हमारे पास ढेरों सफलता की गाथाँए है, लेकिन हम उन्हें नही स्वीकारते , क्यों.....?
D) हर सुबह 5 बाते अपने आप से बोलो 
* मैं सबसे अच्छा हूँ 
* मैं यह कर सकता हूँ 
* भगवान हमेशा मेरे साथ है 
* मैं एक विजेता हूँ
* आज का दिन मेरा है।
E) जो लोग आधे अधूरे मन से कोई काम करते है , उन्हे आधी - अधूरी खोकली असफलता मिलती है , जो चारो और कड़वाहत भर देती है।
F) इससे पहले कि सपने सच हो आपको सपने देखने होंगे।

G) इस देश के सबसे अच्छे दिमाग क्लास की Last Bench पर मिल सकतें हैं।
Three excitant answer :-
H) सफलता का रहस्य क्या है ?
     सही निर्णय
     आप सही निर्णय कैसे लेते है ?
     अनुभव से
    आप अनुभव कैसे प्राप्त करते हैं ?
     गलत निर्णय से 
I) सपने वो नही जो आप नींद मे देखते हैं , यह तो एक एेसी चीज है, जो आपको नींद ही नही आने देती।
J) जिंदगी और समय विशव के 2 सबसे बड़े अध्यापक है ! जिंदगी हमे समय का सही उपयोग करना सिखाती है , जबकि समय हमे जिंदगी की उपयोगिता बताता है।
K) अपने मिशन मे कामयाब होने के लिए, आपको अपने लझ्य के प्रति एकचित निष्ठावान होना पड़ेगा।

L) किसी भी धर्म मे किसी धर्म को बनाये रखने ओर बढ़ाने के लिए दूसरों को मारना नहीं बताया गया है।


  
एक आदमी सुबह-2 समुद्र के किनारे टहल रहा था | उसने देखा की लहरों के साथ कुछ छोटी-2 मछलियां जो अपने आप को लेहरों के साथ नहीं ढाल पा रहीं थीं वे समुन्द्री लहरों के साथ तट पर आ जाती हैं,
जब लहरें पीछे जाती हैं, तो मछलियां किनारे पर ही रह जाती हैंं तमाम कोशिशों के बाद भी वो पुनः समुन्द्र में नहीं जा पातीं हैं और धूप में ही तड़प -2 कर दम तोड़ देतीं हैं जिन्हें फिर चील कौए खा लेते थे।
         जब लहरें वापस समुन्द्र में लौटीं तो उसने देखा की अभी भी कुछ मछलियां जीवित थीं और वापस अपनी जगह जानें को तड़प रहीं थीं, उस आदमी से यह सब कुछ नहीं देखा गया वह आदमी कुछ कदम आगे बढ़ा और उसने एक मछली उठाई पानी में फेंक दी ,                वह ऐसा बार-बार बिना रूके करता रहा, उस आदमी के ठीक पीछे एक आदमी खड़ा था, जो यह सब कुछ देख रहा था, वह उसके पास आया और पूछा अरे भैया यह सब क्या कर रहे हो यहां तो सैकड़ो छोटी-2 मछलियां हैं, तुम अकेले कितने को बचा सकते तुम्हारे ऐसा करने से क्या फर्क पड़ेगा, उस आदमी ने कोई जवाब नहीं दिया, उसने कदम आगे बढ़ाकर एक और मछली उठाकर पानी में फेक दिया और बोला
इस एक मछली को तो फर्क पड़ता है। 
उस आदमी ने जब यह सुना तो वो भी उस आदमी का साथ देने के इरादे से अपने हाथों से मछलियों को समुन्द्र में पुनः डालने लगा।

NOTE :- हम क्या काम कर रहे हैं छोटा या बड़ा इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, फर्क ये पड़ता है कि हम क्या कर रहे हैं सही कर रहें हैं या गलत कर रहें हैं, अगर आप सही हैं तो लोग कहीं न कहीं आप का साथ देंगे चाहे वो direct हो या indirect।

गधा और घोड़ा

एक घोड़े का बच्चा गलती से गधों के झुँड मे चला गया, धीरे -2 वह बच्चा बड़ा होता गया और अपने आप को गधो के साथ पाकर अपने आप को भी गधा समझता रहा , समय धीरे-2 बीतता रहा और ओ गधे का बच्चा अब इतना बड़ा हो गया था की तेजी से भाग सकता था,
 मतलब कि हर वो काम जो एक घोड़ा कर सकता था, वो सभी काम वो कर सकता था, लेकिन वो ऐसा नही करता था, क्योंकि उसे लगता था कि ये सभी काम उसके लिये है ही नही और अगर वो यह सभी काम करता है तो कहीं न कहीं वो अपनी विरादरी से दूर चलता चला जायेगा, क्योंकि शुरू से ही गधो के साथ रहकर वो भी अपने आप को एक गधा ही समझता था, घोड़ो कि तरह काम करना उसके लिए एक नई बात थी, इसी तरह समय बीतता रहा।
       

accessories  एक दिन उसने देखा की उसी की तरह के कुछ जानवर तेजी से खुले आसमान के नीचे कभी इधर भाग रहे तो कभी उधर मतलब की आपस में खेल रहे थे, ऐसा करते हुए देख उसने अपने साथ वालों से पूछा की यह कौन हैं जो इतनी तेजी से खुले आसमां के नीचे खेल-कूद रहे हैं
   उसके साथ वालों ने कहा कि यह घोड़ा है और यह हम सब से काफी अलग हैं यह जो काम कर सकता है वो काम हम कभी नही कर सकते क्योंकि यह हम सब से बहुत तेज हैं, तुम कभी भी उसकी तरह करने कि मत सोचना,
       
अपने साथियों कि बात मानकर वो जिंदगी भर यही सोचता रहा की वो एक गधा हैं और कभी भी घोड़ा नही बन सकता, और अपनी जिंदगी उसने एक गधा बनकर बिता दी और मर गया।
Notes :- यही नियम हमारी जिंदगी मे भी लागू होता है, हम से अधिकतर लोग ऐसे होते हैं जो ऐसे काम कर सकते जिनका हमें अंदाज़ा भी नही होता लेकिन ओ ऐसा नही करते क्योंकि उन्हें इसका पता ही नही होता कि उनमें कुछ ऐसी प्रतिभा है जो शायद ही किसी मे हो और ओ अपनी Life एक आम इंसान की तरह बिता देते हैं और इस दुनिया से चले जाते हैं।